Top Guidelines Of shiv chalisa in hindi
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तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
करनी का सुख तेरे हाथों, शिव के हाथों में परिणाम, शिव के हाथों में परिणाम
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
सांचों थारो नाम हैं सांचों दरबार हैं - भजन
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय ।।
गंगा जटा में तुम्हारी, हम प्यासे यहाँ ॥
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
श्रीरामचरितमानस धर्म Shiv chaisa संग्रह धर्म-संसार एकादशी
अर्थ- माता मैनावंती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांये अंग में हैं, उनकी छवि भी अलग से मन को हर्षित करती है, तात्पर्य है कि आपकी पत्नी के रुप में माता पार्वती भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल आपकी छवि को और भी आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा शत्रुओं का नाश किया है।
किया उपद्रव more info तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥
शिव पंचाक्षर स्तोत्र
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥